
राजस्थान में मानसून की जबरदस्त बारिश ने कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। बीते दो दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। सबसे बड़ा हादसा जोधपुर के दैजार इलाके में हुआ, जहां पानी से भरी सड़क पर एक कार फिसलकर करीब छह फीट गहरे नाले में जा गिरी। इस हादसे में कार में सवार व्यापारी हरिप्रकाश भंडारी (58), उनकी रिश्तेदार उर्मिला देवी (72) और एक अन्य महिला की मौत हो गई। प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सभी शवों को बाहर निकाला।
भीलवाड़ा में रिकॉर्ड बारिश, कई इलाके डूबे
मौसम विभाग के मुताबिक, पूर्वी राजस्थान के ज्यादातर हिस्सों में भारी बारिश हुई है। भीलवाड़ा में शनिवार सुबह से शाम तक 175 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे शहर के कई हिस्सों में पानी भर गया। टोंक जिले के नीवई में 24 घंटे में 165 मिमी बारिश हुई, जो पूरे राज्य में सबसे ज्यादा रही। जयपुर डिवीजन के चाकसू में 153 मिमी, सवाई माधोपुर के चौथ का बरवाड़ा में 139 मिमी, दौसा के सिकराई में 119 मिमी, बुंदी में 116 मिमी और कोटा में 115 मिमी बारिश दर्ज की गई।
कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात
तेज बारिश की वजह से निचले इलाकों में जलभराव हो गया है और कई जगह सड़कें डूब गई हैं। मध्य प्रदेश की सीमा से लगे पहाड़ी इलाकों में भी पानी बहकर नदियों में मिल रहा है, जिससे जलस्तर बढ़ गया है। आसपास के गांवों में राहत और बचाव कार्य जारी है।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 21 जून को भी राजस्थान के कुछ हिस्सों में बारिश जारी रहेगी। 22 और 23 जून को भरतपुर, जयपुर और कोटा डिवीजनों में भारी से बहुत भारी बारिश के आसार हैं। विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और निचले इलाकों से दूर रहने की सलाह दी है।
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले कुछ दिनों तक पूर्वी राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश जारी रह सकती है। इससे जलभराव, सड़कें बंद होने और ट्रैफिक में रुकावट जैसी समस्याएं और बढ़ सकती हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे मौसम की जानकारी पर नजर रखें और जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें।