
ग्रामीणों की सूझबूझ से खुलासा, मंझारी में इंसानियत हुई शर्मसार
मंझारी (पश्चिमी सिंहभूम), 20 सितंबर 2025: पश्चिमी सिंहभूम के मंझारी थाना इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना ने हर किसी को हिलाकर रख दिया। गुरुवार शाम चार नाबालिग लड़कों ने एक नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप किया, वो भी उसके पति के सामने। पति को पीट-पीटकर बंधक बनाया गया, मोबाइल लूटा गया, और फिर बारी-बारी से वारदात को अंजाम दिया। ग्रामीणों की सूझबूझ से चारों शैतानों को पकड़ा गया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और नाबालिग आरोपियों को बाल सुधार गृह भेज दिया। आइए, इस भयानक कहानी की परतें खोलते हैं।
पति को बंधक, पत्नी का दर्द: घटना का डरावना मंजर
दंपती साइकिल से गांव जा रहा था, जब चार नाबालिग लड़के घात लगाए बैठे थे। पहले पति की जमकर पिटाई की गई, मोबाइल छीन लिया गया। फिर उसे जान से मारने की धमकी देकर बंधक बनाया गया। एक-एक करके तीन लड़के पति को पकड़े रहे, जबकि चौथा पत्नी पर हैवानियत ढाया। पीड़िता ने अपनी पहचान और गोत्र बताकर छोड़ने की भीख मांगी, लेकिन इन शैतानों का दिल नहीं पसीजा। मरने की कगार पर पहुंचे दंपती ने हिम्मत जुटाई और घर पहुंचकर चीख-पुकार मचाई।
ये भी पढ़ें:मुख्यमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम: नौजवानों के लिए लोन का मौका
10,000 रुपये की लूट की साजिश: शर्मनाक मांग
इतना ही नहीं, अपराध के बाद इन दरिंदों ने फोन लौटाने की एवज में 10,000 रुपये की मांग की। पीड़िता और उसके पति के लिए ये रात किसी बुरे सपने से कम नहीं थी। घर पहुंचकर उन्होंने परिजनों को सारी आपबीती सुनाई। गुस्से और दुख से भरे परिजनों ने तुरंत ग्रामीणों को खबर की। सुबह ग्रामीणों की पंचायत बुलाई गई, और इस जघन्य अपराध का खुलासा हुआ। हर किसी के चेहरे पर गुस्सा और आंखों में आंसू थे।
ग्रामीणों का कमाल: चारों शैतान दबोचे गए
ग्रामीणों ने हिम्मत दिखाई और चारों आरोपियों की तलाश शुरू की। उनकी सूझबूझ से सभी को पकड़ लिया गया। मंझारी थाना प्रभारी दिलीप साय मांझी तुरंत मौके पर पहुंचे और पुलिस टीम के साथ कार्रवाई की। चारों नाबालिग होने की वजह से उन्हें बाल सुधार गृह भेज दिया गया। प्रभारी ने कहा, “हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। पीड़िता को इंसाफ दिलाया जाएगा।” लेकिन सवाल ये है कि क्या ये सजा इन दरिंदों को सुधार पाएगी?
इंसानियत शर्मसार: समाज में सनसनी
इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। लोग गुस्से में हैं और सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। महिलाओं और बच्चों में डर का माहौल है। लोग इस जघन्य अपराध की निंदा कर रहे हैं। एक ग्रामीण ने कहा, “ये हमारे गांव के लिए शर्मिंदगी है। हमें एकजुट होकर ऐसे अपराधों को रोकना होगा।” क्या हमारी व्यवस्था इस दर्द को समझ पाएगी?
पुलिस जांच में जुटी है, लेकिन पीड़िता और उसके पति का दर्द कम कहां होने वाला है। समाज को अब जागरूक होना होगा। माता-पिता को बच्चों की दोस्ती और गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए। क्या ये घटना हमें सबक देगी, या फिर ऐसे कांड आगे भी होंगे? वक्त ही बताएगा।