
केंद्रीय मंत्री ने लिया जायजा, जल्द राहत का वादा
भिवाड़ी, 19 अगस्त 2025: राजस्थान के भिवाड़ी में अलवर बाईपास टी-पॉइंट पर लंबे समय से चली आ रही जलभराव की समस्या को हल करने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। आज केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने इस क्षेत्र का औचक निरीक्षण किया। उनके साथ जिला प्रशासन और भिवाड़ी औद्योगिक विकास प्राधिकरण (BIDA) के अधिकारी मौजूद थे। इस निरीक्षण का मकसद जलभराव के कारणों को समझना और इसके निवारण के लिए चल रही योजनाओं की प्रगति का जायजा लेना था। यह कदम भिवाड़ी के औद्योगिक और आवासीय विकास को गति देने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
जलभराव की समस्या और निरीक्षण
अलवर बाईपास टी-पॉइंट पर हर मानसून में जलभराव की समस्या से स्थानीय लोग और व्यवसाय परेशान रहते हैं। भारी बारिश के दौरान सड़कों पर पानी भरने से यातायात बाधित होता है और औद्योगिक गतिविधियों पर असर पड़ता है। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने CETP (Common Effluent Treatment Plant), STP (Sewage Treatment Plant), और बाईपास टी-पॉइंट का दौरा किया। उन्होंने कहा, “भिवाड़ी एक उभरता हुआ औद्योगिक केंद्र है। जलभराव इसकी सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है, लेकिन हमारी सरकार इसे हल करने के लिए प्रतिबद्ध है।” निरीक्षण के दौरान ग्वालदा गांव में प्रस्तावित ट्रीटमेंट प्लांट और कहरानी गांव में चिड़ियाघर के लिए आवंटित भूमि का भी जायजा लिया गया।
BIDA की योजना और उपाय
भिवाड़ी औद्योगिक विकास प्राधिकरण (BIDA) ने जलभराव को कम करने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। इनमें ड्रेनेज सिस्टम को मजबूत करना, नालियों की सफाई, और सड़कों का सौंदर्यीकरण शामिल है। BIDA ने अलवर बाईपास पर 25 करोड़ रुपये की लागत से 6 किलोमीटर लंबी सड़क को फोर-लेन करने और सौंदर्यीकरण की योजना बनाई है, जिससे जल निकासी बेहतर होगी। इसके अलावा, बाईपास टी-पॉइंट पर पहले से मौजूद 4 किलोमीटर की सर्विस लेन को और बेहतर किया जाएगा, जिसमें 15 फीट चौड़ी सड़क, फुटपाथ, और डिवाइडर बनाए जाएंगे।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासियों ने इस निरीक्षण का स्वागत किया है, लेकिन वे त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। एक स्थानीय व्यापारी, राजेश कुमार, ने कहा, “हर बारिश में टी-पॉइंट पर पानी भर जाता है, जिससे धंधा ठप हो जाता है। अगर ड्रेनेज सिस्टम ठीक हो जाए, तो भिवाड़ी का विकास तेज होगा।” निवासियों ने प्रशासन से नालियों की नियमित सफाई और सड़कों की मरम्मत की मांग की है।
भिवाड़ी के विकास को गति
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “भिवाड़ी दिल्ली के नजदीक होने के कारण देश का एक बड़ा औद्योगिक हब बन रहा है। जलभराव की समस्या का समाधान होने से न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि शहर की छवि भी सुधरेगी।” BIDA के अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि अगले कुछ महीनों में जलभराव की समस्या पर काफी हद तक काबू पा लिया जाएगा। प्रस्तावित ट्रीटमेंट प्लांट और बेहतर ड्रेनेज सिस्टम इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।
आगे की राह
पुलिस और प्रशासन ने जलभराव के कारणों की जांच तेज कर दी है। फूड सेफ्टी और अन्य विभागों के साथ मिलकर सड़कों और नालियों की स्थिति का आकलन किया जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर ये योजनाएं समय पर पूरी हुईं, तो भिवाड़ी में यातायात और औद्योगिक गतिविधियां और बेहतर होंगी। क्या भिवाड़ी जल्द ही जलभराव की समस्या से मुक्त हो पाएगा? यह समय और प्रशासन की कार्यकुशलता बताएगी।
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