
‘अपूरणीय क्षति’, दिल्ली BJP की नींव रखने वाले योद्धा को अलविदा – ममता ने कहा, ‘पितृ-तुल्य मार्गदर्शक थे’
नई दिल्ली, 30 सितंबर 2025: दिल्ली BJP के पहले अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता प्रो. विजय कुमार (VK) मल्होत्रा का निधन हो गया। 93 साल के मल्होत्रा का AIIMS में इलाज के दौरान सोमवार देर रात निधन हुआ। उनके जाने से राजनीतिक हलकों में शोक की लहर दौड़ गई। दिल्ली सरकार ने बुधवार को एक दिन का राजकीय शोक घोषित कर दिया। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सभी सरकारी कार्यक्रम स्थगित कर उनके निवास पर जाकर श्रद्धांजलि दी। मल्होत्रा को दिल्ली BJP की नींव रखने वाले योद्धा के रूप में याद किया जा रहा। आइए, उनके जीवन की झलकियां देखें, जहां समर्पण, सादगी और सेवा का मेला लगा।
निधन की दुखद खबर: AIIMS में ली अंतिम सांस, राजनीतिक हल शोक में डूबे
मल्होत्रा लंबे समय से बीमार थे। AIIMS में भर्ती होने के बाद भी डॉक्टरों ने बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन सोमवार रात 11 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। खबर फैलते ही BJP नेताओं का तांता लग गया। PM मोदी ने ट्वीट कर कहा, “मल्होत्रा जी का योगदान दिल्ली की राजनीति को दिशा देगा।” अमित शाह ने श्रद्धांजलि दी – “संगठन के पितामह थे।” उनका पार्थिव शरीर उनके घर पर रखा गया, जहां नेता-कार्यकर्ता श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहे। अंतिम संस्कार राज्य सम्मान के साथ होगा।
दिल्ली BJP के पहले अध्यक्ष: जनसंघ से BJP तक का सफर
मल्होत्रा भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य थे। 1977 में दिल्ली BJP के पहले अध्यक्ष बने। दिल्ली के सांसद और विधायक रहे। ‘सेवा भारती’ के संस्थापक, RSS के प्रचारक। सादगी से भरा जीवन – साइकिल पर घूमते, जनसेवा में डूबे। CM रेखा गुप्ता ने कहा, “उनका निधन अपूरणीय क्षति। वे पितृ-तुल्य मार्गदर्शक थे।” BJP कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा स्रोत, जिन्होंने संगठन की नींव रखी। एक कार्यकर्ता बोले, “उनके बिना दिल्ली BJP अधूरी।”
ये भी पढ़ें: सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी: लद्दाख का दर्द फूटा
CM का शोक: कार्यक्रम स्थगित, अंतिम संस्कार पर सम्मान
रेखा गुप्ता ने मल्होत्रा के घर जाकर श्रद्धांजलि दी। बोलीं, “दिल्ली सरकार उनके अंतिम संस्कार को पूरे सम्मान के साथ करेगी।” बुधवार को सरकारी कार्यक्रम रद्द। गुप्ता ने कहा, “मल्होत्रा जी ने जनसेवा के नए मानक गढ़े। उनका समर्पण हमेशा याद रहेगा।” राजनीतिक दलों ने शोक संदेश दिए। दिल्ली में BJP फ्लैग लोअर हाफ, सरकारी भवनों पर काला झंडा। उनका जाना दिल्ली की राजनीति में शून्यता भर गया।
विरासत: सादगी और सेवा का प्रतीक
मल्होत्रा का जीवन राष्ट्रनिष्ठा का उदाहरण। RSS से जुड़कर जनसंघ बनाया, BJP को मजबूत किया। शिक्षा, स्वास्थ्य में योगदान। परिवार में 2 बेटे, 1 बेटी। सोशल मीडिया पर #VKMalhotra श्रद्धांजलि ट्रेंड। एक पोस्ट – “दिल्ली का सिपाही चला गया।” उनका जाना दुखद, लेकिन उनकी विरासत जिंदा रहेगी।