
महापंचायत में 63 गांवों के लोग एकजुट
गुरुग्राम के पचगांव में दिल्ली-जयपुर हाईवे पर बन रहे टोल प्लाजा के खिलाफ रविवार को करीब 500 ग्रामीणों ने महापंचायत की। ग्रामीणों ने मांग की कि टोल प्लाजा के पास सुरक्षित आवागमन के लिए फ्लाईओवर बनाया जाए। पचगांव टोल संघर्ष समिति की अगुआई में हुई इस महापंचायत में 63 गांवों के सरपंच और पंच शामिल हुए। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक सरकार फ्लाईओवर का आश्वासन नहीं देती, वे टोल प्लाजा का निर्माण नहीं होने देंगे।
हाईवे क्रॉसिंग पर हादसों का डर
पचगांव क्रॉसिंग को ग्रामीणों ने ‘ब्लैकस्पॉट’ करार दिया है, जहां आए दिन हादसे होते हैं। स्थानीय निवासी महेंद्र सिंह पटवारी ने बताया कि टोल प्लाजा बनने के बाद जामलपुर रोड तक पहुंचना मुश्किल हो जाएगा। अगर फ्लाईओवर या अंडरपास नहीं बना, तो ग्रामीणों को 15-20 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ेगा। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को पहले ही अपनी समस्याओं से अवगत कराया है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
प्रशासन और NHAI का रुख
पटौदी की विधायक बिमला चौधरी ने महापंचायत में हिस्सा लिया और ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि उनकी मांगों को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने एक समिति बनाने का सुझाव दिया, जो मुख्यमंत्री और केंद्रीय परिवहन मंत्रालय से इस मुद्दे पर बात करेगी। गुरुग्राम के डिप्टी कमिश्नर अजय कुमार ने कहा कि एक समिति गठित की गई है, जो इस मामले की जांच करेगी। NHAI के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वे अंडरपास बनाने की संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं, लेकिन यह समय लेगा।
ग्रामीणों का अल्टीमेटम
ग्रामीणों ने साफ कर दिया कि जब तक फ्लाईओवर की मंजूरी नहीं मिलती, वे टोल प्लाजा का काम रुकवाएंगे। पहले भी उन्होंने एक फ्लाईओवर का निर्माण रुकवाया था। अब 10 अगस्त को एक और महापंचायत की योजना है, जिसमें आगे की रणनीति तय होगी। यह मामला अब दिल्ली-जयपुर हाईवे की सुरक्षा और स्थानीय लोगों की सुविधा का बड़ा मुद्दा बन चुका है।
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