
2026 विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग पर पक्षपात का आरोप
कोलकाता, 7 अगस्त 2025: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) की प्रमुख ममता बनर्जी ने 2026 विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) और चुनाव आयोग (EC) पर तीखा हमला बोला है। बुधवार को झारग्राम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ममता ने खुद को ‘जिंदा शेरनी’ बताते हुए बीजेपी को चेतावनी दी कि उन्हें उकसाने की कोशिश न करें, वरना वे ‘खतरनाक’ हो जाएंगी। उन्होंने चुनाव आयोग पर बीजेपी के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया और मतदाता सूची में हेरफेर की आशंका जताई।
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बीजेपी पर निशाना: ‘मुझे हराने के लिए मुझे इजाजत चाहिए’
ममता ने झारग्राम के पंचमथा मोड़ पर ‘भाषा आंदोलन’ रैली में कहा, “मुझे हराने के लिए मेरी इजाजत चाहिए। अगर मैं नहीं चाहूंगी, तो कोई मुझे हरा नहीं सकता। मैं जिंदा शेरनी हूं, मुझे घायल करने की कोशिश मत करो, मैं खतरनाक हो जाऊंगी।” उन्होंने अपने राजनीतिक संघर्षों को याद करते हुए कहा कि वे पहले भी हिंसक हमलों का सामना कर चुकी हैं, जिसमें उनका सिर फट गया था और शरीर खून से लथपथ हो गया था। ममता ने बीजेपी पर बंगाल की संस्कृति को नुकसान पहुंचाने और मतदाता सूची में फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया।
चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप
ममता ने चुनाव आयोग पर बीजेपी के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि आयोग ने चार अधिकारियों, जिनमें दो इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर शामिल हैं, को निलंबित करने का निर्देश दिया, जो उनके अनुसार पक्षपातपूर्ण कार्रवाई है। ममता ने कहा, “चुनाव से पहले वे तय करते हैं कि किसे जेल भेजना है, किस पर चार्जशीट लगानी है।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हरियाणा और गुजरात से फर्जी मतदाताओं को बंगाल की मतदाता सूची में जोड़ा जा रहा है, जिसके लिए उनके पास सबूत हैं।
बंगाली अस्मिता और मतदाता सूची विवाद
ममता ने बंगाली प्रवासियों को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए बीजेपी पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “बीजेपी बंगालियों को रोहिंग्या कह रही है। रोहिंग्या म्यांमार में हैं, यहां नहीं। 22 लाख गरीब प्रवासी मजदूरों को निशाना बनाया जा रहा है।” उन्होंने मतदाताओं से अपनी वोटर आईडी की जांच करने की अपील की, ताकि उनका नाम सूची से न हटे। ममता ने यह भी कहा कि बीजेपी बंगाल को बाहरी लोगों के हवाले नहीं करने देगी।
बीजेपी का पलटवार
बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने ममता के बयान को उनकी घबराहट का सबूत बताया। उन्होंने कहा, “उनका विरोधियों को चींटी की तरह कुचलने का बयान उनकी कमजोरी और हताशा दिखाता है।” बीजेपी के नेता सुवेंदु अधिकारी ने भी ममता पर मतदाता सूची में अवैध बंग्लादेशी घुसपैठियों को बचाने का आरोप लगाया। उन्होंने बंगाल में बिहार की तर्ज पर मतदाता सूची की विशेष जांच की मांग की है।
2026 के लिए टीएमसी की रणनीति
ममता ने टीएमसी कार्यकर्ताओं को 2026 में 215 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य दिया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी, सीपीआई(एम), और कांग्रेस के उम्मीदवारों की जमानत जब्त होनी चाहिए। टीएमसी ने मतदाता सूची की जांच के लिए हर जिले में समितियां गठित की हैं, ताकि फर्जी मतदाताओं को हटाया जा सके। ममता ने यह भी स्पष्ट किया कि वे बंगाल की सांस्कृतिक पहचान की रक्षा के लिए लड़ेंगी।
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