
15 अगस्त की रात को रची गई साजिश, बेटे ने खोला राज
किशनगढ़ बास, 19 अगस्त 2025: राजस्थान के किशनगढ़ बास में आदर्श कॉलोनी में एक दिल दहला देने वाला हत्याकांड सामने आया है। लक्ष्मी उर्फ सुनीता और उनके प्रेमी जितेंद्र ने मिलकर सुनीता के पति हंसराज की हत्या कर दी और लाश को नीले ड्रम में छिपा दिया। यह सनसनीखेज घटना 15 अगस्त की रात को हुई, जब शराब के नशे में शुरू हुए झगड़े ने खौफनाक मोड़ ले लिया। हंसराज का शव रविवार, 17 अगस्त को किराए के मकान की छत पर रखे ड्रम से बरामद हुआ। पुलिस ने सुनीता, जितेंद्र, और उनके तीन बच्चों को खैरथल-तिजारा जिले से हिरासत में लिया है। इस मामले ने किशनगढ़ बास में सुरक्षा और सामाजिक माहौल पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
15 अगस्त की रात का खौफनाक मंजर
हंसराज के बेटे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 15 अगस्त की रात उनके पिता हंसराज, उनकी मां सुनीता, और जितेंद्र (जो सुनीता का प्रेमी और मकान मालिक का बेटा था) एक साथ शराब पी रहे थे। “मेरे पिता और अंकल (जितेंद्र) ने 12-13 पेग देशी शराब पी ली थी। मेरे पिता ने ज्यादा पी ली, और जितेंद्र ने उनसे भी ज्यादा। फिर दोनों में झगड़ा शुरू हो गया,” बेटे ने बताया। झगड़े में सुनीता बीच-बचाव करने आई, लेकिन स्थिति बिगड़ गई।
बेटे के अनुसार, “मम्मी ने पापा को पकड़ लिया, और जितेंद्र ने पापा को दूर फेंक दिया। फिर पापा और मम्मी एक-दूसरे को मारने लगे। जितेंद्र कभी पापा को मारता, कभी मम्मी को बचाने की कोशिश करता।” इस दौरान हंसराज को गंभीर चोटें आईं, और उनकी नाक से खून बहने लगा। रात को बेटा सो गया, और सुबह उसने देखा कि उसके पिता की लाश को ड्रम में डाल दिया गया था। “मैंने जितेंद्र अंकल से पूछा कि पापा को ड्रम में क्यों डाला, तो उन्होंने कहा कि वो मर गए हैं और मजबूरी में ऐसा करना पड़ा,” बेटे ने कहा।
लाश को छिपाने की साजिश
पुलिस के मुताबिक, हंसराज की हत्या के बाद सुनीता और जितेंद्र ने लाश को नीले ड्रम में डालकर छत पर रख दिया। ड्रम में नमक डाला गया ताकि लाश जल्दी सड़ जाए। पड़ोसियों ने जब किराए के मकान से बदबू की शिकायत की, तो पुलिस ने 17 अगस्त को छत की तलाशी ली और हंसराज का शव बरामद किया। शव पर धारदार हथियार के कई निशान थे। बेटे ने बताया कि जितेंद्र ने हंसराज का गला घोंट दिया था, और सुनीता ने उनके पैर पकड़े थे। “जितेंद्र के पिता आए और पूछा कि हंसराज कहां है, तो जितेंद्र ने कहा कि वो दिल्ली गया है,” बेटे ने खुलासा किया।
प्रेम प्रसंग और हत्या की वजह
पुलिस जांच में पता चला कि सुनीता और जितेंद्र का प्रेम प्रसंग कई हफ्तों से चल रहा था। हंसराज एक स्थानीय भट्टे पर मजदूरी करता था और अक्सर जितेंद्र के साथ शराब पीता था। सुनीता सोशल मीडिया पर रील्स बनाती थी, जिसमें वह कभी-कभी हंसराज के साथ भी नजर आती थी। पुलिस को शक है कि प्रेम प्रसंग और शराब के नशे में हुआ झगड़ा हत्या का कारण बना। “15 अगस्त की रात को झगड़ा घरेलू हिंसा और शराब की वजह से शुरू हुआ, जो हत्या तक पहुंच गया,” एक पुलिस अधिकारी ने कहा।
गिरफ्तारी और भागने की कोशिश
हत्याकांड के बाद सुनीता और जितेंद्र अपने तीन बच्चों के साथ फरार हो गए। पुलिस ने 18 अगस्त को खैरथल-तिजारा जिले में उनकी तलाश की और सुनीता, जितेंद्र, और उनके तीन बच्चों को हिरासत में लिया। बेटे ने बताया कि हत्या के बाद जितेंद्र और सुनीता उसे और उसकी दो बहनों को पहले एक होटल में ले गए, फिर एक भट्टे पर। “हमने एक रात होटल में बिताई, फिर भट्टे पर गए। वहां भट्टे के मालिक ने चौकीदार को कुछ पैसे दिए, और हम वहां से चले गए,” उसने कहा।
सोसाइटी और पुलिस पर सवाल
यह घटना किशनगढ़ बास की आदर्श कॉलोनी में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि किराए के मकानों में रहने वालों की ठीक से जांच नहीं होती। “ऐसी घटनाएं समाज में डर पैदा करती हैं। पुलिस को किराएदारों की पृष्ठभूमि की जांच करनी चाहिए,” एक निवासी ने कहा। पुलिस ने बताया कि वे CCTV फुटेज और अन्य सबूतों की जांच कर रहे हैं। सुनीता और जितेंद्र से पूछताछ जारी है, और हत्या के सटीक कारणों का पता लगाया जा रहा है।
आगे की राह
इस हत्याकांड ने किशनगढ़ बास में सामाजिक और पारिवारिक तनाव को उजागर किया है। हंसराज के बेटे का बयान और पुलिस की कार्रवाई इस मामले में और खुलासे की उम्मीद जगा रही है। क्या इस घटना से किशनगढ़ बास में सुरक्षा और सामाजिक जागरूकता को लेकर कोई ठोस कदम उठाए जाएंगे? यह समय बताएगा।
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