
कांग्रेस वाले राहुल गांधी ने कहा, ईसीआई भाजपा के साथ मिलकर वोट चुरा रही है, महादेवपुरा सीट पर 1 लाख फर्जी वोट डाले गए
नई दिल्ली, 10 अगस्त 2025: भाई लोगों, चुनाव आयोग (ईसीआई) ने कांग्रेस के बड़े नेता राहुल गांधी से फिर से कहा है कि कर्नाटक की एक विधानसभा सीट में वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के बारे में जो आरोप लगाए हैं, उसके सबूत शपथ लेकर दें। नहीं तो देश से माफी मांगें। ये बात शनिवार को ईसीआई के सूत्रों ने बताई। राहुल ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था कि बेंगलुरु की महादेवपुरा सीट पर 1 लाख 250 फर्जी वोट बनाए गए, ताकि भाजपा जीत जाए।
राहुल भाई ने इसे ‘वोट चोरी’ का ‘बम प्रूफ’ बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की जांच में पता चला कि कई वोटरों के नाम के आगे पिता का नाम ‘dfojgaidf’ जैसा बकवास लिखा है, घर का नंबर ‘0’ है, और एक ही ईपीआईसी नंबर पर अलग-अलग नाम। कुल 1 लाख 250 फर्जी वोटों में 12 हजार डुप्लिकेट थे। ये सब 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत का राज है। राहुल ने ईसीआई पर आरोप लगाया कि वो भाजपा के साथ मिली हुई है। उन्होंने महाराष्ट्र चुनाव का भी जिक्र किया, जहां लोकसभा में इंडिया गठबंधन जीता, लेकिन विधानसभा में भाजपा आ गई। वहां 1 करोड़ नए वोटर आए, जो पहले कभी नहीं वोट डाले थे, और सब भाजपा को गए।
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कर्नाटक के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर ने राहुल को चिट्ठी लिखी, रजिस्ट्रेशन ऑफ इलेक्टर्स रूल्स 1960 के नियम 20(3)(b) के तहत शपथ पर सबूत मांगे। नियम कहता है कि रजिस्ट्रेशन ऑफिसर क्लेम या ऑब्जेक्शन पर जांच कर सकता है और शपथ ले सकता है। लेकिन चुनावी एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ये नियम पुराना है, क्योंकि शिकायत ड्राफ्ट वोटर लिस्ट छपने के 30 दिन के अंदर करनी होती है। चुनाव तो 15 महीने पहले हो चुके। कॉन्स्टिट्यूशन एक्सपर्ट पीडीटी अचारी ने कहा, “ईसीआई गलत नियम लगा रही है।” पूर्व चीफ इलेक्शन कमिश्नर ओपी रावत और वकील कपिल सिब्बल ने भी यही कहा, ये ‘जोक’ है, क्योंकि अब जांच नहीं हो सकती।
राहुल ने शुक्रवार को बेंगलुरु में ‘वोट अधिकार रैली’ में ईसीआई को खरी-खरी सुनाई। बोले, “मैंने संसद में संविधान हाथ में लेकर शपथ ली है। ईसीआई भाजपा के साथ मिलकर चुनाव चुरा रही है।” उन्होंने आरोप लगाया कि ईसीआई ने मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार की वेबसाइट बंद कर दी, क्योंकि लोग डेटा से सवाल पूछने लगे तो उनका सिस्टम हिल जाएगा। राहुल ने कर्नाटक सरकार से कहा, इस ‘चुनाव चोरी’ की जांच करो और अफसरों पर ऐक्शन लो।
ये विवाद राजनीति में तूफान ला रहा है। भाजपा कह रही है, कांग्रेस हार नहीं पचा पा रही। लेकिन कांग्रेस बोली, वोटर लिस्ट में गड़बड़ियां सबके सामने हैं। एक्सपर्ट्स कहते हैं, ये मामला चुनाव सुधार की मांग बढ़ाएगा। अब देखना है, राहुल शपथ लेंगे या क्या करेंगे? ईसीआई ने चेताया, सबूत नहीं तो ऐक्शन होगा। ये 2024 चुनाव के बाद उठे सवालों की नई कड़ी है, जहां ईवीएम और वोटर लिस्ट पर बहस हुई थी।
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