
देवघर, 29 जुलाई 2025: झारखंड के देवघर जिले में मंगलवार तड़के एक भयानक सड़क हादसे ने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया। श्रावण मास में बाबा बैद्यनाथ धाम की कांवड़ यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं से भरी एक बस की गैस सिलेंडरों से लदे ट्रक से भीषण टक्कर हो गई। इस हादसे में कम से कम 18 कांवड़ियों की मौत हो गई, जबकि 23 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों की हालत नाजुक होने के कारण मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। यह हादसा मोहनपुर थाना क्षेत्र के जमुनिया जंगल के पास सुबह करीब 4:30 बजे हुआ।
हादसे का खौफनाक मंजर
देवघर के एसडीओ रवि कुमार ने बताया कि हादसे की सूचना सुबह 4-5 बजे के बीच मिली। 32 सीटों वाली एक निजी बस कांवड़ियों को लेकर देवघर से बासुकीनाथ मंदिर की ओर जा रही थी। अचानक ड्राइवर ने बस का नियंत्रण खो दिया और यह गैस सिलेंडरों से भरे एक ट्रक से जा टकराई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस का अगला हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया। इसके बाद बस सड़क किनारे ईंटों के ढेर से टकरा गई। इस हादसे में बस ड्राइवर समेत पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य की अस्पताल में इलाज के दौरान जान गई।
मृतकों की संख्या पर विवाद
दुमका जोन के इंस्पेक्टर जनरल शैलेंद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि हादसे में कम से कम पांच कांवड़ियों की मौत हुई है और कई अन्य घायल हैं। हालांकि, ट्रैफिक डिप्टी एसपी लक्ष्मण प्रसाद ने दावा किया कि मृतकों की संख्या नौ तक पहुंच चुकी है। वहीं, गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर 18 कांवड़ियों की मौत की पुष्टि की। उन्होंने लिखा, “मेरे लोकसभा क्षेत्र देवघर में श्रावण मास में कांवड़ यात्रा के दौरान बस और ट्रक की टक्कर में 18 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। बाबा बैद्यनाथ जी उनके परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति दें।” मृतकों की सटीक संख्या अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है, लेकिन घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए आशंका है कि यह आंकड़ा और बढ़ सकता है।
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श्रावणी मेला और कांवड़ यात्रा
यह हादसा उस समय हुआ, जब देवघर में श्रावणी मेले के चलते बाबा बैद्यनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी थी। यह मंदिर, जो 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है, सावन के महीने में लाखों भक्तों को आकर्षित करता है। झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, और पश्चिम बंगाल से आए कांवड़िए ‘बोल बम’ के जयकारों के साथ पवित्र जल चढ़ाने के लिए मंदिर पहुंचते हैं। इस हादसे ने इस पवित्र यात्रा को मातम में बदल दिया।
राहत और बचाव कार्य
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन, पुलिस और एम्बुलेंस टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। घायलों को नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और देवघर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। कुछ गंभीर रूप से घायल लोगों को दुमका के सरैयाहट पीएचसी में भेजा गया। पुलिस ने क्रेन की मदद से बस के मलबे को हटाया और जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में ड्राइवर की लापरवाही या ब्रेक फेल होने की संभावना जताई जा रही है।
नेताओं का दुख
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हादसे पर गहरा दुख जताया। उन्होंने कहा, “देवघर के मोहनपुर ब्लॉक में जमुनिया चौक के पास बस हादसे में श्रद्धालुओं की मृत्यु की खबर अत्यंत दुखद है।” सांसद निशिकांत दुबे ने भी शोक व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवारों के लिए प्रार्थना की।
समाज में शोक की लहर
इस हादसे ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है। सोशल मीडिया पर लोग इस त्रासदी पर दुख जता रहे हैं और मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। यह हादसा सड़क सुरक्षा और कांवड़ यात्रा के दौरान बेहतर व्यवस्था की जरूरत को फिर से उजागर करता है।
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