
हमले के बाद दी गई थी Z कैटेगरी सुरक्षा, अब तक दो गिरफ्तार
नई दिल्ली, 25 अगस्त 2025: केंद्र सरकार ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को दी गई Z कैटेगरी CRPF सुरक्षा वापस ले ली है। यह फैसला 20 अगस्त को सिविल लाइंस में जनसुनवाई के दौरान उन पर हुए हमले के बाद महज कुछ दिनों में लिया गया। सूत्रों के मुताबिक, उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी अब फिर से दिल्ली पुलिस को सौंपी गई है। CM के दफ्तर ने हमले को “हैरानीजनक साजिश” करार दिया था, जिसके बाद गृह मंत्रालय ने CRPF को उनकी सुरक्षा के लिए तैनात किया था।
क्या हुआ था हमले में?
51 वर्षीय रेखा गुप्ता पर 20 अगस्त को सुबह उनके कैंप ऑफिस में जनसुनवाई के दौरान एक व्यक्ति ने हमला किया। हमलावर, 41 वर्षीय सकरिया राजेशभाई खिमजी, गुजरात के राजकोट का ऑटो-रिक्शा चालक है। उनके दफ्तर ने इसे “हत्या की सुनियोजित साजिश” बताया। हमले के बाद रेखा को मामूली चोटें आईं, लेकिन उनकी हालत स्थिर है। उन्होंने कहा, “मुझे तूफानों से जूझने की आदत है। मैं डरने वाली नहीं।” उनकी यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल हुई।
CRPF सुरक्षा क्यों हटी?
गृह मंत्रालय ने 21 अगस्त को CRPF की VIP सुरक्षा इकाई को रेखा को Z कैटेगरी सुरक्षा देने का आदेश दिया था। हालांकि, औपचारिक आदेश जारी होने से पहले योजना बदली, और CRPF को हटाने का आदेश जारी हुआ। सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पुलिस अब उनकी सुरक्षा का जिम्मा संभालेगी, जिसमें नजदीकी और परिधीय सुरक्षा शामिल है। दिल्ली पुलिस को उनकी सुरक्षा में कर्मियों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
जांच और सियासी माहौल
दिल्ली पुलिस ने हमले की जांच में दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें मुख्य आरोपी खिमजी शामिल है। उसका दोस्त तहसीन भी राजकोट से गिरफ्तार हुआ। जांच में पता चला कि खिमजी ने हमले से पहले CM के आवास की रेकी की थी। सोशल मीडिया पर #JusticeForRekhaGupta ट्रेंड कर रहा है, और AAP ने हमले की निंदा की। क्या यह सुरक्षा बदलाव सियासी दबाव का नतीजा है? यह जांच के नतीजों पर निर्भर है।
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