
जरूरी काम कंपनी पर, सामान्य रखरखाव बाहर—बचाएं पैसे और टेंशन
नई दिल्ली, 8 अगस्त 2025: आपकी कार आपका गर्व है, लेकिन उसकी देखभाल में गलती हो जाए तो नुकसान भी हो सकता है। क्या आप जानते हैं कि कौन-से काम कंपनी के अधिकृत सर्विस सेंटर पर ही करवाने चाहिए और कौन-से काम बाहर सस्ते में निपटा सकते हैं? हाल ही में कई कार मालिकों ने गलत जगह सर्विस करवाने से वारंटी खोने या गंभीर खराबी की शिकायत की है। इस खबर में हम आपको बताएंगे कि कब कंपनी सेंटर पर जाएं, कब न जाएं, और स्मार्ट तरीके से पैसे बचाएं।
किन कामों के लिए कंपनी सेंटर जरूरी है?
कई काम ऐसे हैं, जिन्हें कंपनी के सर्विस सेंटर पर ही करवाना चाहिए, वरना आपकी कार को नुकसान हो सकता है। इनमें शामिल हैं:
- वारंटी पीरियड की सर्विसिंग: अगर कार वारंटी में है, तो कंपनी पर सर्विस करवाएं, वरना वारंटी खत्म हो सकती है।
- ECU स्कैनिंग/अपडेटिंग: कंपनी के पास ही ऑरिजिनल सॉफ्टवेयर और डिवाइस होते हैं, जो बाहर नहीं मिलते।
- एयरबैग/ABS जांच: सुरक्षा सिस्टम से जुड़ा काम है, गलत छेड़छाड़ जानलेवा हो सकती है।
- ऑटोमैटिक गियरबॉक्स रिपेयर: ये तकनीकी और संवेदनशील सिस्टम है, सिर्फ प्रशिक्षित तकनीशियन ही सही मरम्मत कर सकते हैं।
- इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल सिस्टम: गाड़ी के कंप्यूटर सिस्टम की प्रोग्रामिंग सिर्फ कंपनी के पास होती है।
- BS6 डीज़ल कार का DPF क्लीनिंग: खास मशीन और प्रोसेस की जरूरत होती है, जो कंपनी के पास ही उपलब्ध है।
- ऑरिजिनल पार्ट्स का इस्तेमाल: इंजन हेड या टर्बोचार्जर जैसे पार्ट्स में नकली पार्ट्स नुकसान पहुंचा सकते हैं।
किन कामों से बचें कंपनी सेंटर पर?
लेकिन हर काम के लिए कंपनी सेंटर पर जाने की जरूरत नहीं। कुछ काम बाहर सस्ते और बेहतर तरीके से हो सकते हैं:
- वॉशिंग/डिटेलिंग/पोलिशिंग: बाहर ज्यादा सस्ता और अच्छी डिटेलिंग मिलती है।
- AC सर्विस: गैस टॉप-अप या सफाई बाहर के टेक्नीशियन सस्ते और अच्छे से करते हैं।
- बैटरी रिप्लेसमेंट: लोकल दुकान पर ब्रांडेड बैटरी सस्ते में और इंस्टॉलेशन के साथ मिल जाती है।
- टायर बदलवाना/व्हील अलाइनमेंट: टायर शॉप में ये काम सस्ते और बेहतर मशीनों से होता है।
- छोटी चीजें बदलना: ब्लेड्स, बल्ब, हॉर्न, फ्यूज जैसे काम लोकल मैकेनिक आसानी से और सस्ते में कर देते हैं।
- इंजन ऑयल चेंज: वारंटी खत्म होने के बाद बाहर ब्रांडेड ऑयल से ये काम अच्छा होता है।
- साउंड सिस्टम फिटिंग: आफ्टरमार्केट स्पीकर या कैमरा फिटिंग में सर्विस सेंटर महंगा पड़ता है, लोकल दुकान में कस्टमाइजेशन भी मिलता है।
स्मार्ट टिप: पैसे और समय बचाने का तरीका
एक स्मार्ट टिप यह है कि अगर आपकी कार वारंटी में है, तो जरूरी तकनीकी काम हमेशा कंपनी सेंटर पर करवाएं। लेकिन अगर वारंटी खत्म हो चुकी है, तो मिश्रित तरीका अपनाएं। तकनीकी काम जैसे गियरबॉक्स रिपेयर या ECU अपडेटिंग कंपनी पर करवाएं, जबकि सामान्य रखरखाव जैसे वॉशिंग या ऑयल चेंज भरोसेमंद लोकल मैकेनिक से निपटाएं। इससे आपकी कार सुरक्षित रहेगी और पॉकेट पर बोझ भी कम पड़ेगा। कार मालिकों को सलाह है कि वे अपनी गाड़ी की हेल्थ को प्राथमिकता दें और सही जगह सर्विस करवाएं।
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