
पटना, 27 जुलाई 2025: बिहार के गया जिले में एक 26 वर्षीय महिला के साथ चलती एंबुलेंस में कथित तौर पर गैंगरेप की घटना ने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया है। यह शर्मनाक घटना 24 जुलाई को बोध गया में बिहार मिलिट्री पुलिस ग्राउंड पर होम गार्ड भर्ती के फिजिकल टेस्ट के दौरान हुई। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
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घटना का विवरण
पुलिस के अनुसार, होम गार्ड भर्ती प्रक्रिया के दौरान एक महिला फिजिकल टेस्ट में भाग ले रही थी, जब वह गर्मी और नमी के कारण बेहोश हो गई। आयोजकों ने तुरंत उसे नजदीकी अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (ANMCH) ले जाने के लिए एक एंबुलेंस की व्यवस्था की। लेकिन, अस्पताल ले जाने के दौरान एंबुलेंस में मौजूद ड्राइवर विनय कुमार और टेक्नीशियन अजित कुमार ने कथित तौर पर महिला के साथ गैंगरेप किया। महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि वह बेहोशी की हालत में थी और उसे आंशिक रूप से घटना का अहसास हुआ। उसने दावा किया कि एंबुलेंस में तीन से चार लोग शामिल थे।
पुलिस की कार्रवाई
महिला की शिकायत के आधार पर बोध गया पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 70(1) के तहत FIR दर्ज की गई। गया के सिटी एसपी रमानंद कुमार कौशल ने बताया कि शिकायत मिलते ही एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया, जिसने कुछ ही घंटों में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। सीसीटीवी फुटेज से एंबुलेंस के रास्ते और समय की पुष्टि हुई है। मेडिकल जांच में बलात्कार की पुष्टि हुई है, और फोरेंसिक टीम मामले की गहन जांच कर रही है। पुलिस अन्य संभावित आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। 26 जुलाई को दोनों आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

राजनीतिक हंगामा
इस घटना ने बिहार में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने नीतीश कुमार सरकार की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, “मुझे दुख है कि मैं ऐसी सरकार का समर्थन कर रहा हूं, जहां अपराध बेलगाम हो गया है।” पासवान ने इसे प्रशासन की विफलता करार देते हुए कहा कि हत्या, बलात्कार, डकैती और छेड़छाड़ जैसी घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भी सोशल मीडिया पर नीतीश सरकार पर निशाना साधा और इसे “राक्षस राज” करार दिया। उन्होंने “नीतीश सरकार हटाओ, बेटी बचाओ” का नारा दिया। राज्य कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार ने भी इसे कानून-व्यवस्था के पतन का उदाहरण बताया।
महिला सुरक्षा पर सवाल
महिला के परिजनों ने शिकायत की कि भर्ती प्रक्रिया में केवल महिला उम्मीदवारों के होने के बावजूद एंबुलेंस में कोई महिला कर्मचारी मौजूद नहीं थी। यह घटना बिहार में महिलाओं की सुरक्षा और सरकारी आयोजनों में लापरवाही को उजागर करती है। गया के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार ने कहा कि जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
समाज में आक्रोश
यह घटना सोशल मीडिया पर व्यापक चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग इस क्रूर कृत्य की निंदा कर रहे हैं और बिहार में बढ़ते अपराधों पर चिंता जता रहे हैं। यह मामला एक बार फिर से महिलाओं की सुरक्षा और प्रशासनिक लापरवाही पर गंभीर सवाल उठाता है।
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