
भारत ने अंतरिक्ष अन्वेषण में एक नया अध्याय जोड़ दिया! भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर उड़ान भरी, जिससे भारत अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने वाले देशों की सूची में शामिल हो गया।
कैसे हुई यह ऐतिहासिक उड़ान?
शुभांशु शुक्ला को नासा और Axiom Space के सहयोग से अंतरिक्ष में भेजा गया। यह मिशन भारत के गगनयान कार्यक्रम का हिस्सा है, जिसमें भारत पहली बार मानव को अंतरिक्ष में भेजने की तैयारी कर रहा है।
रॉकेट लॉन्च:
श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से शुभांशु शुक्ला को लेकर स्पेसएक्स का फाल्कन-9 रॉकेट सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया।
अंतरिक्ष में पहला कदम:
लॉन्च के कुछ घंटों बाद, शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष में प्रवेश किया और भारत का पहला अंतरिक्ष यात्री बनने का गौरव हासिल किया।
शुभांशु शुक्ला कौन हैं?
शुभांशु शुक्ला लखनऊ के रहने वाले हैं और भारतीय वायुसेना में ग्रुप कैप्टन के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने 2006 में भारतीय वायुसेना जॉइन की और 2,000 से अधिक उड़ान घंटे पूरे किए हैं। उन्होंने Su-30 MKI, MiG-21, MiG-29, Jaguar, Hawk, Dornier, और An-32 जैसे विमान उड़ाए हैं।
भारत के लिए क्या मायने रखता है यह मिशन?
वैज्ञानिक उपलब्धि: भारत अब उन देशों में शामिल हो गया है, जो स्वयं अंतरिक्ष यात्रियों को भेज सकते हैं। तकनीकी सफलता: इस मिशन से भारत की अंतरिक्ष तकनीक और अनुसंधान को नई ऊंचाइयां मिलेंगी।
भविष्य की योजनाएं: भारत अब चंद्रमा और मंगल मिशन में भी मानव भेजने की योजना बना रहा है।
अंतरिक्ष से शुभांशु शुक्ला का संदेश!
शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष से संदेश भेजते हुए कहा,
“यह भारत के लिए गर्व का क्षण है। मैं यहां से पृथ्वी को देख रहा हूं, और यह अविश्वसनीय अनुभव है।”