
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव खत्म करने में मदद की। उनका दावा है कि उन्होंने दोनों देशों को समझाया कि अगर वे लड़ाई में उलझे रहेंगे तो अमेरिका उनके साथ व्यापार नहीं कर पाएगा।
मामला कैसे शुरू हुआ?
कुछ हफ्ते पहले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बड़ा आतंकी हमला हुआ, जिसमें कई निर्दोष लोग मारे गए। इसके बाद भारत ने सख्त जवाब देते हुए आतंकवादियों के खिलाफ बड़ी सैन्य कार्रवाई की। 🇮🇳
शांति समझौता कैसे हुआ?
हालात बिगड़ते देख भारत और पाकिस्तान के सेना अधिकारियों ने बातचीत की, और 10 मई को शांति समझौते का ऐलान हुआ। दोनों देशों के सैन्य प्रमुखों ने यह फैसला लिया कि वे आगे किसी भी तरह की सैन्य कार्रवाई रोक देंगे।
ट्रंप का दावा
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के नेताओं से बात की और उन्हें समझाया कि लड़ाई किसी के लिए अच्छी नहीं होती। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी कोशिशों से परमाणु युद्ध टल गया। लेकिन भारत सरकार ने स्पष्ट किया कि शांति समझौता भारत-पाकिस्तान की आपसी बातचीत से हुआ और इसमें किसी तीसरे देश की भूमिका नहीं थी।
भारत की प्रतिक्रिया
भारत ने साफ कहा कि यह उसका स्वतंत्र फैसला था। भारत ने यह भी बताया कि आतंकवाद के खिलाफ उसकी लड़ाई जारी रहेगी और अगर कोई आतंकी हमला होगा, तो उसे सख्ती से जवाब दिया जाएगा।
क्या आगे शांति बनी रहेगी?
फिलहाल भारत और पाकिस्तान के बीच शांति कायम है, लेकिन क्या यह स्थायी होगी? यह देखने वाली बात होगी।
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