
किसान ने काटे दो किशोर, फिर परिवार संग जिंदा जलाया – पुलिस फॉरेंसिक में उलझी, नवरात्रि के आखिरी दिन का काला अध्याय
बहराइच, 2 अक्टूबर 2025: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के निंदुरपुरवा तेतरहा गांव में एक किसान ने दो किशोरों की हत्या कर दी, फिर खुद, पत्नी और दो बेटियों को कमरे में बंद कर आग लगा ली। 6 मौतों का ये कांड नवरात्रि के आखिरी दिन हुआ, और शवों के पास मिले सिंदूर व खून से सने अक्षत ने गांव को सिहरा दिया। नरबलि का शक, पुलिस की फॉरेंसिक जांच – क्या ये मानव बलि का काला खेल था, या गुस्से का विस्फोट? आइए, इस डरावने रहस्य की परतें खोलें, जहां डर, आंसू और सवालों का तूफान सुलग रहा।
नवरात्रि का आखिरी दिन, खौफ का पहला पल: किसान का गुस्सा फूटा
बुधवार सुबह करीब 7 बजे, किसान विजय कुमार मौर्य ने दो किशोरों – सुनील (17) और सूरज (16) – को घर बुलाया। काम करने का बहाना था, लेकिन झगड़ा हो गया। गुस्से में विजय ने धारदार हथियार से दोनों की हत्या कर दी। शव आंगन में पड़े, और फिर विजय ने कमरे में पत्नी रेखा (45), बेटी प्रियंका (20) और रानी (18) को बंद कर आग लगा ली। सब जिंदा जल गए। ग्रामीण किशन यादव ने बताया, “मुझे भी बुलाया था, लेकिन बाहर भेज दिया। लौटा तो भीड़ लगी थी।” गांव सन्नाटे में डूब गया – नवरात्रि का उत्साह काले बादलों में बदल गया।
सिंदूर और खून से सने अक्षत: नरबलि का शक, गांव में दहशत
हत्या के बाद सबसे चौंकाने वाला खुलासा – सुनील और सूरज के शवों के पास सिंदूर की डिब्बी और खून से भीगे अक्षत मिले। नवरात्रि के आखिरी दिन ये मिलना गांववालों को सिहरा गया। कईयों ने शक जताया – “ये नरबलि का काम लगता।” पुलिस ने खारिज किया, लेकिन फॉरेंसिक टीम रातभर सीन पर रही। IG अमित पाठक और SP आरएन सिंह ने गांववालों से पूछताछ की, लेकिन मोटिव स्पष्ट नहीं। एक ग्रामीण बोला, “विजय शांत था, अचानक ये पागलपन?” डर का माहौल – बच्चे घरों में कैद, पूजा-अर्चना ठप।
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पुलिस की उलझन: हत्या, सुसाइड या रिचुअल? जांच में सस्पेंस
पुलिस ने FIR दर्ज की – हत्या, सुसाइड और संभावित नरबलि। फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार, लेकिन शुरुआती जांच में विजय का गुस्सा झगड़े से फूटा लगता। पत्नी-बेटियों ने विरोध किया, तो आग? SP सिंह बोले, “सभी एंगल्स देख रहे। नरबलि का कोई सबूत नहीं, लेकिन गहराई से जांच।” पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने पर साफ होगा। लेकिन गांव का डर – “क्या और राज खुलेगा?” एक मां रोई, “मेरे बच्चे डर रहे, क्या ये तंत्र-मंत्र का खेल था?”
गांव का दर्द: 6 मौतों का सदमा, नवरात्रि का काला साया
निंदुरपुरवा गांव सदमे में डूबा। विजय का परिवार गरीब किसान था, लेकिन शांत। सुनील-सूरज पड़ोसी के लड़के, काम करने जाते थे। अब परिवार टूटे, गांव में सन्नाटा। एक बुजुर्ग बोले, “नवरात्रि में देवी की कृपा, लेकिन ये क्या क्रूरता?”