
लखनऊ, 10 सितंबर 2025
नेपाल में बिगड़ते हालात के बीच उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी और सीमा सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। नेपाल में हिंसक प्रदर्शनों और अस्थिरता के कारण फंसे भारतीयों की सहायता के लिए लखनऊ में 24×7 कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है और एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। साथ ही, नेपाल से सटे चार जिलों में हाई अलर्ट घोषित कर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है।
नेपाल में अशांति, यूपी में सतर्कता
नेपाल की राजधानी काठमांडू सहित कई क्षेत्रों में पिछले दो दिनों से जनरेशन-जेड आंदोलनकारियों के विरोध प्रदर्शन हिंसक रूप ले चुके हैं। पथराव और आगजनी की घटनाओं ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। इसका असर भारत-नेपाल सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के जिलों पर भी पड़ रहा है। बहराइच, श्रावस्ती, लखीमपुर खीरी और महाराजगंज में हाई अलर्ट जारी किया गया है। इन क्षेत्रों में व्यापार, शिक्षा और रोजमर्रा की आवाजाही के कारण संवेदनशीलता अधिक है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीमा पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने और गश्त तेज करने के निर्देश दिए हैं। सोशल मीडिया पर अफवाहों को रोकने के लिए भी पुलिस को सख्त निगरानी का आदेश दिया गया है, ताकि स्थानीय स्तर पर किसी तरह का तनाव न फैले।
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हेल्पलाइन और कंट्रोल रूम की सुविधा
नेपाल में फंसे भारतीयों की मदद के लिए योगी सरकार ने लखनऊ में एक 24×7 कंट्रोल रूम स्थापित किया है। इसके साथ ही एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है, जिसके जरिए प्रभावित लोग सहायता मांग सकते हैं। यह कदम उन भारतीयों के लिए राहत का काम करेगा जो नेपाल में अशांति के कारण मुश्किल में हैं। सरकार ने स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि प्रभावित लोगों की सुरक्षित वापसी और उनकी हर संभव मदद सुनिश्चित की जाए।
सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
नेपाल से सटे उत्तर प्रदेश के चार जिलों—बहराइच, श्रावस्ती, लखीमपुर खीरी और महाराजगंज—में सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ किया गया है। इन क्षेत्रों में पुलिस और प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है। अतिरिक्त बल की तैनाती के साथ-साथ सीमा पर निगरानी बढ़ाई गई है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। योगी सरकार का यह कदम न केवल सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने के लिए है, बल्कि भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने का भी प्रतीक है।
निष्कर्ष
नेपाल में उत्पन्न संकट के बीच योगी आदित्यनाथ सरकार का यह त्वरित और समन्वित प्रयास भारतीय नागरिकों के लिए राहत का सबब बन सकता है। हेल्पलाइन और कंट्रोल रूम की स्थापना के साथ-साथ सीमा पर बढ़ाई गई सुरक्षा से उत्तर प्रदेश सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह अपने नागरिकों की सुरक्षा और कल्याण के लिए हर संभव कदम उठाने को तैयार है।