
राजस्थान के अलवर में सनसनीखेज घटना
अलवर, 29 अगस्त 2025: राजस्थान के अलवर जिले में एक साधु पर गंभीर यौन शोषण के आरोप लगे हैं। आरोपी भनवरानंद महाराज पर एक युवक के साथ सोडोमी (अनैसर्गिक दुष्कर्म) करने और एक नाबालिग लड़के पर यौन हमला करने की कोशिश करने का केस दर्ज किया गया है। घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने आरोपी को जमकर पिटाई की और फिर उसे पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह घटना इलाके में आक्रोश फैला रही है, और स्थानीय लोग धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा के प्रति सतर्क हो गए हैं। अलवर पुलिस ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है।
आरोपी साधु की हरकतें: युवक और नाबालिग पर अत्याचार
पुलिस के अनुसार, भनवरानंद महाराज अलवर के एक गांव में आश्रम चलाते थे। उन्होंने एक युवक को अपने आश्रम पर बुलाया और वहां उसका यौन शोषण किया। इसके अलावा, उन्होंने एक नाबालिग लड़के पर भी हमला करने की कोशिश की, लेकिन लड़के ने चीखकर बचाव किया। पीड़ित युवक ने बताया कि साधु ने उसे धोखे से बुलाया था और विरोध करने पर धमकियां दीं। नाबालिग की उम्र 14-15 वर्ष बताई जा रही है, और उसके परिवार ने भी शिकायत दर्ज कराई। ग्रामीणों को जब इसकी भनक लगी, तो वे आश्रम पहुंचे और आरोपी को पकड़ लिया। उन्होंने साधु को लाठियों से पीटा, जिससे वह घायल हो गया। इसके बाद ग्रामीणों ने उसे थाने ले जाकर पुलिस को सौंप दिया।
ग्रामीणों का गुस्सा: साधु को पिटाई के बाद पुलिस हवाले
घटना गुरुवार रात की बताई जा रही है। जब पीड़ितों के परिवार ने शोर मचाया, तो आसपास के villagers इकट्ठा हो गए। उन्होंने आरोपी को घेर लिया और उसकी जमकर धुनाई की। एक ग्रामीण ने कहा, “ऐसे ढोंगी साधु समाज का कलंक हैं। हमने उसे सजा दी, लेकिन कानून को फैसला लेने दिया।” पिटाई के दौरान साधु को चोटें आईं, लेकिन उसकी हालत खतरे से बाहर है। स्थानीय लोगों ने बताया कि साधु अक्सर गांवों में घूमता था और लोगों को धार्मिक प्रवचनों के बहाने बुलाता था। यह पहली बार नहीं है जब अलवर में ऐसे मामले सामने आए हैं; पहले भी फर्जी बाबाओं पर आरोप लग चुके हैं। ग्रामीणों की कार्रवाई को लेकर पुलिस ने कहा कि स्व-न्याय ठीक नहीं, लेकिन पीड़ितों की मदद के लिए धन्यवाद दिया।
पुलिस जांच: POCSO और IPC की धाराओं में केस
अलवर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ IPC की धारा 377 (अनैसर्गिक दुष्कर्म), 354 (महिला पर अप्राकृतिक कृत्य), और POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। थाने के प्रभारी ने बताया कि मेडिकल जांच कराई जा रही है, और पीड़ितों के बयान दर्ज हो चुके हैं। आरोपी को रिमांड पर लिया गया है, और उसके आश्रम की तलाशी ली जा रही है। पुलिस को शक है कि साधु ने पहले भी ऐसी हरकतें की हों। जिलाधिकारी ने आदेश दिए हैं कि सभी धार्मिक स्थलों पर सतर्कता बरती जाए। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में पीड़ितों को तुरंत सहायता देना जरूरी है, ताकि समाज में विश्वास बना रहे। यह घटना राजस्थान में बढ़ते यौन अपराधों पर सवाल खड़े कर रही है।
समाज में आक्रोश: धार्मिक विश्वास पर सवाल
यह घटना अलवर और आसपास के जिलों में चर्चा का विषय बनी हुई है। सोशल मीडिया पर #AlwarSadhuCase ट्रेंड कर रहा है, जहां लोग आरोपी की निंदा कर रहे हैं। एक महिला कार्यकर्ता ने कहा, “धार्मिक आड़ में अपराध बढ़ रहे हैं। सरकार को सख्त कानून लागू करने चाहिए।” पुलिस ने अपील की है कि ऐसी घटनाओं की जानकारी तुरंत दें। पीड़ित युवक और नाबालिग को काउंसलिंग दी जा रही है। यह मामला राजस्थान पुलिस के लिए चुनौती है, और जल्द ही चार्जशीट दाखिल करने का वादा किया गया है। स्थानीय प्रशासन ने गांव में शांति बैठक बुलाई है।
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