
भारत-जापान साझेदारी को मजबूत करने की पहल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 अगस्त 2025 को दो दिवसीय यात्रा पर टोक्यो, जापान पहुंचे। इस यात्रा में वे जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के साथ शिखर वार्ता करेंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह यात्रा भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को और मजबूत करने का अवसर होगी। पीएम मोदी ने कहा कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंधों को गहरा करेगी।
आर्थिक और तकनीकी सहयोग पर जोर
मोदी ने अपने प्रस्थान बयान में कहा कि भारत और जापान के बीच आर्थिक और निवेश संबंधों को बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा। खास तौर पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और सेमीकंडक्टर जैसी नई तकनीकों में सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। दोनों देश पिछले 11 वर्षों में अपनी साझेदारी को लगातार मजबूत करते आए हैं, और इस यात्रा से इसे नई ऊंचाइयों पर ले जाने की उम्मीद है।
क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए सहयोग
पीएम मोदी ने इस यात्रा को क्षेत्रीय और वैश्विक शांति, सुरक्षा और सतत विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया। जापान के बाद, वे 31 अगस्त से 1 सितंबर तक चीन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए तियानजिन जाएंगे। इस दौरान भारत के राष्ट्रीय हितों और प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने पर जोर रहेगा।
सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रिश्तों का उत्सव
भारत और जापान के बीच गहरे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रिश्ते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को और बढ़ाएगी। दोनों देशों के बीच सहयोग न केवल आर्थिक और तकनीकी क्षेत्रों में, बल्कि कला, संस्कृति और शिक्षा के क्षेत्र में भी बढ़ेगा।
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