
गया रैली को ‘झूठ की दुकान’ बताने पर बवाल, BJP विधायक की शिकायत
गढ़चिरौली, 23 अगस्त 2025: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में एक आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट के लिए FIR दर्ज की गई है। पोस्ट में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गया रैली को “बयानबाजी की दुकान” करार दिया था। यह शिकायत स्थानीय भारतीय जनता पार्टी (BJP) विधायक मिलिंद नरोटे ने दर्ज की, जिसके बाद पुलिस ने तेजस्वी के खिलाफ कार्रवाई शुरू की। इस मामले ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सियासी तूफान खड़ा कर दिया है।
क्या थी आपत्तिजनक पोस्ट?
तेजस्वी ने अपनी X पोस्ट में एक कार्टून शेयर किया, जिसमें PM मोदी को एक दुकानदार के रूप में दिखाया गया, जिसकी दुकान का साइनबोर्ड “प्रसिद्ध जुमलेबाजी की दुकान” था। पोस्ट में उन्होंने लिखा, “आज गया में झूठ और जुमलों की दुकान लगेगी! प्रधानमंत्री जी, आप गया में बिना हड्डी की जुबान से झूठ का हिमालय खड़ा करेंगे, लेकिन बिहार की न्यायप्रिय जनता दशरथ मांझी की तरह इसे तोड़ देगी। 11 साल के अपने और NDA के 20 साल के शासन का हिसाब दें।” यह पोस्ट मोदी की 22 अगस्त की गया रैली से पहले की थी, जहां उन्होंने 13,000 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
FIR और कानूनी कार्रवाई
गढ़चिरौली पुलिस ने तेजस्वी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 196 (समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 356 (मानहानि), 352 (शांति भंग करने के इरादे से अपमान), और 353 (सार्वजनिक अशांति पैदा करने वाले बयान) के तहत FIR दर्ज की। BJP विधायक मिलिंद नरोटे ने दावा किया कि यह पोस्ट “अपमानजनक और सामाजिक रूप से विभाजनकारी” थी। तेजस्वी ने जवाब में कहा, “FIR से कौन डरता है? ‘जुमला’ शब्द कहना भी अपराध हो गया। हम सच बोलते हैं।”
सियासी हमला और जवाब
मोदी ने गया रैली में RJD और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वे बिहार के लोगों को केवल “वोट बैंक” मानते हैं। उन्होंने पूर्व पंजाब CM चरणजीत सिंह चन्नी के 2022 के बयान का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा था, “UP, बिहार के भैया को पंजाब में घुसने नहीं देंगे।” इस पर तेजस्वी का पलटवार और यह FIR सियासी माहौल को और गरमा रही है। क्या यह मामला बिहार चुनाव को प्रभावित करेगा? यह समय बताएगा।
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