
जिला रद्द करने के प्रस्ताव पर भारी विरोध, सोशल मीडिया पर उबाल
खैरथल-तिजारा, 22 अगस्त 2025: राजस्थान के खैरथल-तिजारा, किशनगढ़, और मुंडावर में प्रशासन के भिवाड़ी को अलग जिला बनाने के प्रस्ताव के खिलाफ बड़े पैमाने पर हड़ताल और धरना प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। स्थानीय लोग और व्यापारी सड़कों पर उतर आए हैं, दुकानें बंद हैं, और रैलियां निकाली जा रही हैं। सोशल मीडिया, खासकर फेसबुक पर, इस मुद्दे को लेकर तीखी बहस छिड़ी है। निवासियों का कहना है कि खैरथल-तिजारा को जिला बनाए रखने की उनकी मांग को अनदेखा किया जा रहा है।

क्यों भड़का विरोध?
पिछले साल राजस्थान सरकार ने खैरथल-तिजारा को नया जिला घोषित किया था, जिसका मुख्यालय भिवाड़ी में स्थापित किया गया। हाल ही में, सरकार ने भिवाड़ी को अलग जिला बनाने और खैरथल-तिजारा जिला रद्द करने का प्रस्ताव रखा। इससे स्थानीय लोग नाराज हैं, जिनका कहना है कि यह फैसला उनकी पहचान और सुविधाओं को खत्म कर देगा। प्रदर्शनकारी मांग कर रहे हैं कि खैरथल-तिजारा को जिला का दर्जा बरकरार रखा जाए। फेसबुक पर कई पोस्ट्स में लोग इसे “अन्याय” बता रहे हैं, जिसमें लिखा है, “हमारा जिला, हमारी शान, इसे छीना नहीं जाएगा।”
हड़ताल और धरने का असर
22 अगस्त को खैरथल-तिजारा, किशनगढ़, और मुंडावर में पूर्ण बंद रहा। स्कूल, बाजार, और ट्रांसपोर्ट सेवाएं ठप रहीं। भिवाड़ी में सैकड़ों लोग सड़कों पर उतरे और धरना दिया। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और कहा कि वे तब तक आंदोलन जारी रखेंगे जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं। एक स्थानीय व्यापारी, महेश गुप्ता ने कहा, “हमने जिला बनवाने के लिए सालों संघर्ष किया। अब इसे रद्द करना बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
प्रशासन और सोशल मीडिया की भूमिका
पुलिस ने भिवाड़ी में सुरक्षा बढ़ा दी है, लेकिन प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा। प्रशासन ने कहा कि यह प्रस्ताव अभी विचाराधीन है और कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया। सोशल मीडिया पर #SaveKhairthalTijara जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। क्या यह आंदोलन सरकार को फैसला बदलने पर मजबूर करेगा? यह देखना बाकी है।
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