
बंगाली भाषा और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान बर्दाश्त नहीं, ममता ने की कड़ी आलोचना
कोलकाता, 12 अगस्त 2025: पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने अक्षय कुमार और आर माधवन की फिल्म ‘केसरी चैप्टर 2’ पर गुस्सा निकाला है। ममता ने स्वतंत्रता सेनानी खुदीराम बोस को फिल्म में ‘खुदीराम सिंह’ के तौर पर दिखाने की आलोचना की। सोमवार को खुदीराम बोस की 117वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देते हुए ममता ने कहा, “ये बंगाली भाषा और उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों पर हमला है, जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपनी जान दी। मिदनापुर के हमारे नौजवान को पंजाब का लड़का बनाना गलत है। ये बर्दाश्त नहीं होगा।”
क्या है विवाद?
‘केसरी चैप्टर 2’ में खुदीराम बोस के किरदार को कथित तौर पर ‘खुदीराम सिंह’ के नाम से पेश किया गया, जो बंगाल के क्रांतिकारी की पहचान को गलत ठहराता है। ममता ने इसे सांस्कृतिक अपमान बताया। उन्होंने कहा, “हमारी भाषा, हमारी संस्कृति पर ये हमला है। खुदीराम बोस बंगाल के गौरव हैं, उनका नाम बदलना शर्मनाक है।” बीजेपी विधायक अग्निमित्र पॉल ने भी इसकी निंदा की और कहा कि हिंदी सिनेमा का ये रवैया गलत है।
फिल्ममेकर्स पर ममता का गुस्सा
ममता ने फिल्म के निर्माताओं को आड़े हाथों लिया और कहा कि इतिहास के साथ छेड़छाड़ करना ठीक नहीं। “हम खुदीराम बोस का अपमान नहीं सहेंगे। ये फिल्म बंगाल के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा रही है।” ममता ने केंद्र सरकार से भी सवाल किया कि क्या वो इस तरह की गलतियों को बढ़ावा दे रही है।
बीजेपी और विपक्ष का रिएक्शन
बीजेपी ने ममता के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि खुदीराम बोस जैसे नायकों का सही चित्रण जरूरी है। लेकिन कुछ नेताओं ने इसे सियासी ड्रामा भी बताया। दूसरी तरफ, तृणमूल कांग्रेस (TMC) समर्थकों ने सोशल मीडिया पर फिल्म का बहिष्कार करने की मांग शुरू कर दी है। फैंस और क्रिटिक्स भी इस मुद्दे पर बंटे हुए हैं। कुछ का कहना है कि फिल्ममेकर्स को ऐतिहासिक सटीकता पर ध्यान देना चाहिए, जबकि कुछ इसे क्रिएटिव फ्रीडम का हिस्सा मान रहे हैं।
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