
अलवर, 1 अगस्त 2025: राजस्थान के अलवर जिले में एक शादीशुदा महिला के साथ लोन दिलाने के बहाने बलात्कार का सनसनीखेज मामला सामने आया है। एनईबी पुलिस ने गुरुवार को इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। आरोपी ने फरवरी 2025 में पीड़िता से संपर्क कर खुद को फाइनेंस कंपनी का अधिकारी बताया और लोन दिलाने का वादा किया। भरोसा जीतने के बाद उसने महिला को अपने जाल में फंसाया और बलात्कार किया। जब लोन नहीं मिला, तो पीड़िता ने एनईबी थाने में शिकायत दर्ज की। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
ये भी पढ़ें: बिहार में गैंगरेप: होम गार्ड भर्ती के दौरान एंबुलेंस में हैवानियत
मामले का विवरण
पुलिस के अनुसार, आरोपी ने पीड़िता को बड़े लोन का लालच देकर धोखा दिया। उसने फर्जी दस्तावेजों और वादों के जरिए पीड़िता का विश्वास जीता। जब लोन की राशि नहीं मिली, तो पीड़िता ने हिम्मत जुटाकर पुलिस में शिकायत की। एनईबी पुलिस ने शिकायत मिलते ही जांच शुरू की और सबूतों के आधार पर आरोपी को हिरासत में लिया। पुलिस ने बलात्कार और धोखाधड़ी से संबंधित सबूत जुटाए हैं, और मामले की गहन जांच जारी है।
सामाजिक और कानूनी नजरिया
यह घटना महिलाओं की सुरक्षा और आर्थिक कमजोरियों का फायदा उठाने वाले अपराधियों की मानसिकता को उजागर करती है। अलवर में पहले भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं, जिसके बाद पुलिस ने संवेदनशीलता के साथ कार्रवाई की है। स्थानीय लोगों ने इस घटना की निंदा की और महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल की मांग की है।
आगरा में धर्मांतरण का मामला: इस बीच, उत्तर प्रदेश के आगरा में एक संगठित धर्मांतरण गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जहां आर्थिक तंगी का फायदा उठाकर युवक-युवतियों को निशाना बनाया गया। पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार किया है, और जांच में विदेशी फंडिंग और आतंकी कनेक्शन के सबूत मिले हैं। यह मामला भी समाज में आक्रोश का कारण बना है।
ये भी पढ़ें: आगरा में धर्मांतरण रैकेट का पर्दाफाश: 14 गिरफ्तार
पुलिस की कार्रवाई और भविष्य
अलवर पुलिस ने इस मामले में तेजी दिखाते हुए आरोपी को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार किया। जांच में और खुलासे होने की संभावना है, क्योंकि पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या आरोपी ने अन्य लोगों को भी इसी तरह फंसाया। पीड़िता को मेडिकल जांच और काउंसलिंग के लिए भेजा गया है। कोर्ट ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजकर सख्त संदेश दिया है कि ऐसे अपराधों को बख्शा नहीं जाएगा।
ये भी पढ़ें: दिल्ली में 25 साल के सीए की हीलियम गैस से आत्महत्या