
मंडी, 25 जुलाई 2025: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सरकाघाट क्षेत्र में गुरुवार को एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) की बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। इस हादसे में चार महिलाओं सहित आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि 21 यात्री घायल हुए हैं। बस में कुल 29 यात्री सवार थे, और हादसा सुबह करीब 9:45 बजे मसेरन के पास तरांगला में हुआ।
बाइक सवार को बचाने के चक्कर में हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस सरकाघाट से दुर्गापुर की ओर जा रही थी। मसेरन के पास तरांगला में एक बाइक सवार को बचाने के प्रयास में चालक ने बस को सड़क के किनारे की ओर मोड़ा। इसी दौरान सड़क का किनारा (डंगा) धंस गया, जिससे बस अनियंत्रित होकर करीब 60 मीटर नीचे खेतों में जा गिरी। बस तीन पलटे खाकर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। कुछ यात्री बस से बाहर छिटक गए, जबकि कुछ अंदर ही फंस गए। स्थानीय लोगों ने चादर और कंबलों से स्ट्रेचर बनाकर घायलों को सड़क तक पहुंचाया और एंबुलेंस के जरिए अस्पताल भेजा।
घायलों का इलाज जारी
हादसे में घायल 21 यात्रियों को तुरंत सिविल अस्पताल सरकाघाट ले जाया गया। गंभीर रूप से घायल कुछ यात्रियों को मेडिकल कॉलेज नेरचौक, बिलासपुर एम्स, और हमीरपुर रेफर किया गया। चार घायलों का इलाज सरकाघाट अस्पताल में, आठ का एम्स बिलासपुर में, और सात का नेरचौक में चल रहा है। दो यात्रियों को पीजीआई चंडीगढ़ भेजा गया है। मंडी की पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा ने बताया कि हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है, और चालक के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज किया गया है।
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मृतकों की पहचान
मृतकों में तरांगला की कलासी देवी (60), भलयाणा की बर्फी देवी (80), मसेरन के सुमन कुमार (33), रसेहड़ की गीता देवी (65) और डोमा देवी (70), बटोह के प्रकाश, पाटी भलयारा के बलवीर (60), और दोपी के अंतरिक्ष (17) शामिल हैं। सभी मृतक सरकाघाट क्षेत्र के आसपास के गांवों के निवासी थे।
सरकार और पीएमओ से राहत की घोषणा
प्रधानमंत्री कार्यालय ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने हादसे पर गहरा दुख जताया और जिला प्रशासन को घायलों के इलाज के लिए हर संभव मदद करने के निर्देश दिए। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने एम्स बिलासपुर में घायलों से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली।
हिमाचल में बारिश का कहर
हादसे की एक वजह बारिश के कारण सड़क का कमजोर होना भी बताया जा रहा है। हिमाचल में मानसून के कारण सड़क हादसों में इजाफा हुआ है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, मानसून से संबंधित हादसों में अब तक 137 लोगों की जान जा चुकी है।
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