
उत्तर प्रदेश में विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर राज्यभर में युवाओं के लिए कौशल विकास कार्यक्रम और रोजगार मेलों का आयोजन किया जाएगा, जिससे उन्हें प्रशिक्षण और सीधे रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
उत्तर प्रदेश में विश्व युवा कौशल दिवस को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। इस दिन प्रदेश के हर जिले में युवाओं के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिनका उद्देश्य उन्हें आधुनिक कौशलों से लैस करना और रोजगार के नए रास्ते खोलना है।
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राज्यभर में जिलों की सुविधा के अनुसार, रोजगार मेलों का आयोजन किया जाएगा। इन मेलों में स्थानीय उद्योगों और कंपनियों को बुलाया जाएगा, ताकि युवाओं को सीधे नियुक्ति का मौका मिल सके। जिलाधिकारियों द्वारा नोडल अधिकारी नियुक्त किए जा रहे हैं, ताकि आयोजन की व्यवस्थाएं सुचारू रहें।
राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिलदेव अग्रवाल के मुताबिक, आयोजित मुख्य कार्यक्रम में सफल प्रशिक्षुओं की कहानियां, प्रशिक्षण केंद्रों की प्रदर्शनी, संवाद सत्र और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां शामिल रहेंगी। चयनित युवाओं को मंच पर सम्मानित किया जाएगा और उन्हें अपनी सफलता की कहानी साझा करने का अवसर मिलेगा। साथ ही, जिले के प्रमुख उद्योगों के प्रतिनिधियों को भी सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम स्थल पर प्रशिक्षण प्रदाताओं द्वारा तैयार उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जिसमें छात्र-छात्राओं की मेहनत दिखेगी।
इन आयोजनों का मकसद युवाओं में कौशल विकास के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उन्हें आत्मनिर्भरता की ओर प्रेरित करना है। रोजगार मेलों में दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना, अन्य राज्य स्तरीय योजनाओं और आईटीआई से प्रशिक्षित युवाओं को आमंत्रित किया गया है। चयनित युवाओं को नियुक्ति पत्र भी दिए जाएंगे, जिससे वे अपने करियर की नई शुरुआत कर सकें।
सभी जिलों को इन आयोजनों के लिए आवश्यक राशि आवंटित की गई है, ताकि कार्यक्रम भव्य तरीके से संपन्न हो सके। इन प्रयासों के जरिए प्रदेश सरकार युवाओं को न सिर्फ हुनरमंद बना रही है, बल्कि उन्हें रोजगार के ठोस अवसर भी उपलब्ध करा रही है।