
पाकिस्तान के वजीरिस्तान में आत्मघाती हमला
पाकिस्तान के उत्तरी वजीरिस्तान में एक बड़ा आत्मघाती हमला हुआ है। हमले में विस्फोटक से भरी गाड़ी एक सैन्य काफिले में घुसा दी गई, जिससे 13 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो गई और 24 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
घायलों में सैनिकों के अलावा दो बच्चे और एक महिला भी शामिल हैं। हादसे के बाद पाकिस्तानी सेना ने बड़े पैमाने पर जवाबी कार्रवाई की और 14 आतंकियों को मार गिराने का दावा किया। अधिकारियों ने इन आतंकियों से जुड़े किसी समूह का नाम नहीं लिया है और अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
भारत ने पाकिस्तान के आरोपों को सख्ती से खारिज किया
हमले के बाद पाकिस्तानी सेना ने आधिकारिक बयान जारी करते हुए भारत को इस हमले के लिए दोषी ठहराया। भारत ने इस बयान को पूरी अवमानना के साथ खारिज कर दिया। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने साफ किया कि भारत का इस हमले से कोई लेना-देना नहीं है और पाकिस्तान को अपने आंतरिक सुरक्षा मुद्दों को सुलझाना चाहिए। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हमले की निंदा करते हुए इसे कायरतापूर्ण कृत्य बताया।
स्थानीय लोगों ने विस्फोट को बड़ा बताया, जिससे आस-पास के घरों की खिड़कियां टूट गईं और कुछ छतें भी गिर गईं। पाकिस्तान अक्सर अफगानिस्तान के अंदर मौजूद ठिकानों से आतंकियों के काम करने का आरोप लगाता है, लेकिन अफगानिस्तान की तालिबान सरकार इसे नकारती है। तालिबान का कहना है कि पाकिस्तान में आतंकवाद एक घरेलू मुद्दा है।
इस क्षेत्र में पाकिस्तानी तालिबान (टीटीपी) सबसे एक्टिव ग्रुप में से एक है, लेकिन इस हमले में टीटीपी ने अभी तक कोई जिम्मेदारी नहीं ली है। कुछ रिपोर्ट्स में हाफिज गुल बहादुर ग्रुप के सुसाइड यूनिट ने जिम्मेदारी ली है, लेकिन यह पुष्टि नहीं हुई है। इस घटना के बाद पाकिस्तान में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है और सीमा पर आतंकी घटनाएं बढ़ रही हैं। भारत ने साफ कर दिया है कि वह पाकिस्तान के आंतरिक हालात के लिए जिम्मेदार नहीं है और इस तरह के आरोप बेबुनियाद हैं।