
रथ यात्रा में अचानक मची अफरा-तफरी
अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथ की ऐतिहासिक 148वीं रथ यात्रा के दौरान शुक्रवार सुबह बड़ा हादसा होते-होते टल गया, जब यात्रा में शामिल कुछ हाथी डीजे की तेज आवाज से बेकाबू हो गए। घटना खाड़िया गेट के पास हुई, जहां एक हाथी अचानक समूह से अलग होकर भीड़ की ओर भागने लगा। इससे वहां भगदड़ जैसी स्थिति बन गई और कुछ देर के लिए लोगों में अफरा-तफरी मच गई। कुल तीन हाथियों के नाराज होने की खबर है, हालांकि सड़क किनारे खड़े श्रद्धालुओं को कोई बड़ा नुकसान नहीं पहुंचा।1
वन विभाग और पुलिस की तत्परता से काबू में आई स्थिति
घटना के तुरंत बाद वन विभाग के अधिकारियों और कांकरिया ज़ू की टीम ने मोर्चा संभाला। बेकाबू हाथी को इंजेक्शन देकर शांत किया गया और अन्य हाथियों को भी यात्रा से हटा दिया गया। पुलिस और वन विभाग की सतर्कता के चलते रथ यात्रा को करीब 15 मिनट के लिए रोकना पड़ा, लेकिन स्थिति पर पूरी तरह नियंत्रण पा लिया गया। इस दौरान एक महिला पुलिसकर्मी को मामूली चोट आई, जिन्हें मौके पर ही प्राथमिक उपचार दिया गया, जबकि एक श्रद्धालु को अस्पताल भेजा गया।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, प्रशासन की सक्रियता
रथ यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। 23 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती, 152 वॉच टावर, 41 ड्रोन और AI कैमरों के जरिए भीड़ पर नजर रखी गई। पुलिस आयुक्त जी एस मलिक खुद कंट्रोल रूम से निगरानी कर रहे थे। घटना के बाद ऐहतियातन यात्रा रूट पर डीजे की आवाज बंद करवा दी गई। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंदिर में मंगला आरती की थी, वहीं मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सोने के झाड़ू से सफाई कर रथ को आगे बढ़ाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रथ यात्रा के पावन अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं।